आजकल किसके दिल में दर्द में दर्द
नहीं है हर कोई कुछ न कुछ दर्द लिए बैठा है। किसी को प्यार में धोखा मिला उसका
दर्द है तो किसी को उसके दोस्त ने धोखा दिया है उसका दर है, किसी को अपने परिवार
में जो हो रहा है उसका दर्द है, किसी की ज़िन्दगी अच्छी नहीं चल रही है उसका दर्द
है। इन्ही सभी दर्द को समेटे हुए आज हम आपके लिए यहाँ पर Dard Bhari shayari
in Hindi लेकर आये हैं जिन्हें पढ़कर आपका दर्द थोडा तो कम होगा।
दोस्तों आज
हम यहाँ पर आपके लिए दर्द से भरी हुई शायरी हिंदी में लेकर आये हैं जिन्हें आप
अपने दर्द देने वाले के साथ शेयर कर सकते हैं या फिर अपने फेसबुक या whatsapp के
status पर लगा सकते हैं।Dard Bhari shayari in Hindi
Dard Bhari Shayari In Hindi For Girlfriend, Sad Shayari Status, Hindi Dard
Shayari, Best Painful Shayari
दर्द सभी की ज़िन्दगी में है यहाँ आपके
ज़िन्दगी के दर्द को थोडा हल्का करने के लिए दर्द से भरी हुई Sad Shayari आपके साथ हिंदी में शेयर कर रहे हैं जिन्हें आप अपने सोशल मीडिया पर शेयर
कर सकते हैं। यहां आपको Dard Bhari Shayari In Hindi For Girlfriend, Hindi Dard
Shayari, Best Painful Shayari मिलने वाली हैं जिन्हें आप Dard
Status के रूप में अपने Status पर लगा सकते
हैं।
आपको नीचे हम बहुत ही दर्द से भरी हई Dard Bhari shayari
in आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
*जो
नजर से*
*जो
नजर से* गुजर जाया करते हैं;
वो सितारे अक्सर
टूट जाया करते हैं;
कुछ लोग
दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप
बिखर जाया करते हैं।
*तेरी
आरज़ू*
*तेरी
आरज़ू* मेरा ख्वाब है;
जिसका
रास्ता बहुत खराब है;
मेरे ज़ख्म
का अंदाज़ा न लगा;
दिल का हर
पन्ना दर्द की किताब है।
*हम
उम्मीदों की दुनियां*
*हम
उम्मीदों की दुनियां* बसाते रहे;
वो भी पल पल
हमें आजमाते रहे;
जब मोहब्बत
में मरने का वक्त आया;
हम मर गए और
वो मुस्कुराते रहे।
*रोने
की सज़ा न*
*रोने
की सज़ा न* रुलाने की सज़ा है;
ये दर्द
मोहब्बत को निभाने की सज़ा है;
हँसते हैं
तो आँखों से निकल आते हैं आँसू;
ये उस शख्स
से दिल लगाने की सज़ा है।
*हादसे
इंसान के संग*
*हादसे
इंसान के संग* मसखरी करने लगे;
लफ्ज कागज
पर उतर जादूगरी करने लगे;
कामयाबी
जिसने पाई उनके घर बस गए;
जिनके दिल
टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
*दिल
मेरा जो अगर*
*दिल
मेरा जो अगर* रोया न होता;
हमने भी आँखों
को भिगोया न होता;
दो पल की
हँसी में छुपा लेता ग़मों को;
ख़्वाब की
हक़ीक़त को जो संजोया नहीं होता।
*लिखूं
कुछ आज यह वक़्त*
*लिखूं
कुछ आज यह वक़्त* का तकाजा है;
मेरे दिल का
दर्द अभी ताजा-ताजा है;
गिर पड़ते
हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर;
लगता है कि
कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है!
*वो
नाराज़ हैं हमसे कि*
*वो
नाराज़ हैं हमसे कि* हम कुछ लिखते नहीं;
कहाँ से
लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं;
दर्द की
ज़ुबान होती तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म
कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।
*खून
बन कर मुनासिब*
*खून
बन कर मुनासिब* नहीं दिल बहे;
दिल नहीं
मानता कौन दिल से कहे;
तेरी दुनिया
में आये बहुत दिन रहे;
सुख ये पाया
कि हमने बहुत दुःख सहे।
*हँसते
हुए ज़ख्मों*
*हँसते
हुए ज़ख्मों* को भुलाने लगे हैं हम;
हर दर्द के
निशान मिटाने लगे हैं हम;
अब और कोई
ज़ुल्म सताएगा क्या भला;
ज़ुल्मों
सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
*न
जाने क्यों हमें*
*न जाने क्यों हमें* आँसू बहाना नहीं आता,
न जाने
क्यों हाल-ऐ-दिल बताना नहीं आता,
क्यों सब
दोस्त बिछड़ गए हमसे,
शायद हमें
ही साथ निभाना नहीं आता।
*दिल
के टूटने से नही*
*दिल
के टूटने से नही* होती है आवाज़,
आंसू के
बहने का नही होता है अंदाज़,
गम का कभी
भी हो सकता है आगाज़,
और दर्द के
होने का तो बस होता है एहसास।
*ज़रा
सी ज़िंदगी है*
*ज़रा
सी ज़िंदगी है*,
अरमान बहुत
हैं,
हमदर्द नहीं
कोई,
इंसान बहुत
हैं,
दिल के दर्द
सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब
है,
वो अनजान
बहुत है।
*गुलशन
की बहारों*
*गुलशन
की बहारों* पे सर-ए-शाम लिखा है,
फिर उस ने
किताबों पे मेरा नाम लिखा है,
ये दर्द इसी
तरह मेरी दुनिया में रहेगा,
कुछ सोच के
उस ने मेरा अंजाम लिखा है।
*मेरे
दर्द ने मेरे ज़ख्मों*
*मेरे
दर्द ने मेरे ज़ख्मों* से शिकायत की है,
आँसुओं ने
मेरे सब्र से बगावत की है,
ग़म मिला है
तेरी चाहत के समंदर में,
हाँ मेरा
जुर्म है कि मैंने मोहब्बत की है।
*जब
देखता हूँ तो खुद*
तुझे *जब
देखता हूँ तो खुद* अपनी याद आती है,
मेरा अंदाज़
हँसने का... कभी तेरे ही जैसा था।
*बहुत
जुदा है*
*बहुत
जुदा है* औरों से
मेरे दर्द
की कैफियत,
ज़ख्म का कोई
पता नहीं और
तकलीफ की
इन्तेहाँ नहीं।
*आज
खूने-दिल से मेंहदी*
वो *आज
खूने-दिल से मेंहदी* लगाये बैठे हैं,
सारे किस्से
मेरे दिल से लगाये बैठे हैं,
ख़ामोशी में
भी एक शोर है उनकी,
सुर्ख जोड़े
में खुद को बेवा बनाये बैठे हैं।
*नज्म
लिखूं आज कोई*
*नज्म
लिखूं आज कोई* यह वक़्त का तकाजा है,
मेरे दिल का
दर्द अभी ताजा-ताजा है,
छलक जाते
हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर,
लगता है कि
कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है।
*दिल
को ऐसा दर्द*
*दिल
को ऐसा दर्द* मिला... जिसकी दवा नहीं,
फिर भी खुश
हूँ मुझे उस से कोई शिकवा नहीं,
और कितने
अश्क बहाऊँ अब उस के लिए,
जिसको खुदा
ने मेरी किस्मत में लिखा ही नहीं।
*तेरे
दिल के करीब आना*
*तेरे
दिल के करीब आना* चाहता हूँ मैं,
तुझको नहीं
और अब खोना चाहता हूँ मैं,
अकेले इस
तनहाई का दर्द बर्दाश्त नहीं होता,
तू एक बार
आजा तुझसे लिपट कर रोना चाहता हूँ मैं।
*वो
रात दर्द और सितम*
*वो
रात दर्द और सितम* की रात होगी,
जिस रात
रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हूँ
मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
कि एक गैर
की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी।
*दिल
का दर्द एक राज*
*दिल
का दर्द एक राज* बनकर रह गया,
मेरा भरोसा
मजाक बनकर रह गया,
दिल के
सौदागरों से दिल्लगी कर बैठे,शायद
इसलिए मेरा
प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।
*दिल
का दर्द हमारा*
*दिल
का दर्द हमारा* भी अब
सारी हदें
आर पार कर रहा है,
दिलबर भी कितना
संगदिल है
एक जुर्म को
बार बार कर रहा है।
*तेरी
आरज़ू मेरा ख्वाब*
*तेरी
आरज़ू मेरा ख्वाब* है ऐ सनम
जिसका
रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म
का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर
पन्ना दर्द की किताब है।
*मोहब्बत
में लाखों ज़ख्म*
*मोहब्बत
में लाखों ज़ख्म* खाये हमने,
अफसोश
उन्हें हम पर ऐतबार नहीं,
मत पूछों
क्या गुजरती है दिल पर,
जब वो कहते
है हमें तुमसे प्यार नहीं है।
*आरज़ू
नहीं के गम*
*आरज़ू
नहीं के गम* का तूफान टल जाये,
फ़िक्र तो ये
है तेरा दिल न बदल जाये,
भुलाना हो
अगर मुझको तो एक अहसान करना,
दर्द इतना देना के मेरी जान निकल जाये ।
Conclusion
हमें उम्मीद है आपको हमारी Dard Bhari shayari
in पसंद आई होगी यदि आपको भी किसी बात का गम है
या आपकी किसी के गम के दर्द में दुबे हुए हैं आप भी यह शायरी उनके साथ शेयर करें
जिन्होंने आपको यह गम दिया है।
आप अपने दोस्तों के साथ Sad Shayari Status जरुर शेयर करें।